Isaac Newton history in hindi (न्यूटन के जीवनी का इतिहास (Hindi me)

न्यूटन के जीवनी का इतिहास (Hindi me)

                                    


 आइज़क न्यूटन एक महान वैज्ञानिक थे उनके महान आविष्कारों को आज भी हमारे स्कूल -कॉलेजो  में पढ़ाया जाता है तो दोस्तों बिना आपका समय लिए हुए शुरू करते है आइजक न्यूटन की जीवनी।....


Table of Contents

1.न्यूटन का परिचय 

(Newton Biography in hindi)

2.न्यूटन का जन्म कबऔर प्रारम्भिक जीवन की शुरुआत 

3.आइज़क न्यूटन की शिक्षा 

( Education of Isaac Newton )

4.आइज़क न्यूटन का करियर 

( Career of Isaac Newton ) 

5.न्यूटन के गुरुत्वाकर्षण में प्रयोग  

(Newton`s law of universal Gravitation)

6.आइज़क न्यूटन का गति के नियम में प्रयोग 

(Newton`s laws of motion)

7.आइज़क न्यूटन एक लेखक भी थे उनके द्वारा लिखी गयी प्रसिद्द किताबें

8.आइज़क न्यूटन की मृत्यु 

( Death of isaac Newton )

9.न्यूटन के कुछ अनमोल वचन

(Newton precious words)

न्यूटन का परिचय (Newton Biography in hindi)

                            


न्यूटन का पूरा नाम आइज़क न्यूटन था वह एक वैज्ञानिक थे साथ में महान गणितिज्ञ ,भौतिक वैज्ञानिक ,ज्योतिष और दार्शनिक भी थे जिन्होंने गुरुत्वाकर्षण का सिद्धांत और गति के सिद्धांत के नियमो आदि का खोज किया था।निचे न्यूटन के जन्म और प्रांरभिक जीवन से शुरू करते है।


 न्यूटन का जन्म कबऔर प्रारम्भिक जीवन की शुरुआत .....

                         

आइजक न्यूटन का जन्म ,वुलस्टोपेें- बाय -कोलस्तेरवथ लिंकनशायर,जर्मनी ,में 4 जनवरी 1643 को हुआ था। आइजक न्यूटन के पिता का नाम ,सर आइज़क न्यूटन ,था  और इनकी मृत्यु आइजक न्यूटन (अविष्कारक )के जन्म लेने से तीन महीना पूर्व ही हो गयी थी ,इनके पिता पेशे से एक किसान थे। जब न्यूटन 3 वर्ष के हुए तो इनकी माँ दूसरी शादी कर ली। 

और न्यूटन अपने सौतेले पिता को पसंद नहीं करता था ,और न्यूटन अपनी माँ के भी साथ दुश्मनी का भाव रखता था जिसके कारन उनके माँ को दूसरा शादी करना पड़ा था। जब न्यूटन 19 वर्ष के हुए तो उनकी अवस्था में इनके द्वारा किये गए अपराधों  सूचि में प्रदर्शित होता है की "मैंने अपने माता पिता के घर को जलाने की धमकी दी थी। 

पर जब न्यूटन के सौतेले पिता की मृत्यु हो गयी तब उनके माँ अपने पहले गांवो ( वुलस्टोपेें- बाय -कोलस्तेरवथ ) आ गयी और न्यूटन को खेती में मदद करने को जोर दिया ,लेकिन न्यूटन ने खेती करने से मना कर दिया क्योंकि उनका मन खेती में नहीं पढ़ाई में लगता था। 


आइज़क न्यूटन की शिक्षा ( Education of Isaac Newton )

                          

न्यूटन ने अपनी शुरू की पढ़ाई अपने गावों के ही स्कूल में की जब वह 12 वर्ष के हुए तो उन्हों ने ग्रंथन के किंग स्कूल में अपना दाखिला करवाया और वहाँ से एक फार्मसिस्ट के घर में रहने लगे जिसका नाम क्लॉर्क था वह एक फार्मसिस्ट था इसीलिए उसके पास रासायनिक एव् प्रयोगिक किताबें बहुत ज्यादा थी जिसे न्यूटन भी पढ़ा करते थे और उनके प्रयोगों को भी करते थे। क्लॉर्क की एक बेटी थी उसके मनोरंजन के लिए न्यूटन काफी उपकरण यंत्र बनाते थे जैसे - लाइव माउस ,फ्लोटिंग लालटेन एव सूर्य डायल्स  से चलने वाली पवन चक्की इत्यादि। 


यह सब यंत्र उनके बेटी को बहुत पसंद आता था। न्यूटन वहाँ से कुछ वर्ष पढ़ाई करने के बाद वह वहाँ से इंटरमीडियट (12TH) पास कर लिए। 19 वर्ष की उम्र में इंग्लैण्ड के ट्रेनिंग कॉलेज में स्नातक 

(Graduation) करने के लिए दाखिला लिया और उन्होंने 1665 ईसा में  स्नातक की डिग्री प्राप्त कर लिया। और वह मास्टर की डिग्री भी वहीं से लेना चाहते थे लेकिन वह उस समय फ्लेग नामक बीमारी से ग्रसित हो गए जिसके कारन उनको अपने घर (वुलस्टोपेें) वापस आना परा। न्यूटन अपने घर 1 साल तक रहे और वही अपने पर्योगो का प्रदर्शन करने लगे और वह उसके बाद कैम्ब्रिज चले गए और वह वहां से मास्टर के डिग्री प्राप्त कर लिए। 


आइज़क न्यूटन का करियर ( Career of Isaac Newton )

                           

आइज़क न्यूटन अपने कॉलेज में गणित के अध्यापक के काफ़ी प्रिय थे। जिस कॉलेज से न्यूटन  मास्टर की डिग्री प्राप्त कर रहे थे उस कॉलेज के प्रोफेसर दूसरे कॉलेज के लिए इस्तफ़ा दे दिया। तो गणित के प्रोफेसर ने न्यूटन को उस पद को धारण करने को उत्तेजित किया। न्यूटन ने गणित के प्रोफेसर की बात को स्वीकार किया और वो भी गणित के प्रोफेसर बन गए। उसके बाद न्यूटन अपने प्रयोगों को और आगे तक ले जाने में बहुत ज्यादा मेहनत करने लगे अंत में जो न्यूटन खोज किये वह निचे कुछ इस प्रकार दिया गया है......

न्यूटन के गुरुत्वाकर्षण में प्रयोग  (Newton`s law of universal Gravitation)

                       


Newton`s law of universal gravitation states that every particle in the universe with a force which is directly proposnal to the product of their masses and inversily proposnal to the square of the distance between centers.


आज से लगभग तीन सौ साल (1666)पहले lockdown हुआ था उस समय न्यूटन एक बगीचा में टहलने निकले वहा एक सेब का पेड़ था न्यूटन पेड़ के निचे बैठ गए और वहां आचनक से उस पेड़ से एक सेब गिरा ,न्यूटन सोचने लगे की ये सेब निचे ही क्यों ऊपर भी जा सकता था। कुछ समय सोचने और विचारणे के बाद उन्होंने प्रयोग करने का सोचा और प्रयोग करने बाद उन्होंने पता कर लिया की कोई भी वस्तु निचे ही गिरती है, वह नियम कुछ इस प्रकार है ,


पृथ्वी में गुरुत्वाकर्षण जब तक है तब तक कोई भी वस्तु ऊपर नहीं जाएगी जैसे -एक बॉल को ऊपर फेके पृथ्वी उसे फिर अपने सतह पर खींच लेगी क्युकी इस पृथ्वी में ग्रेविटी है। इस प्रकार न्यूटन ने गुरुत्वाकर्षण के नियम का खोज किया। न्यूटन ने गति के नियम भी दिया था जो निचे कुछ इस प्रकार है ........ 


आइज़क न्यूटन का गति के नियम में प्रयोग (Newton`s laws of motion)

न्यूटन के गति के तीन नियम है -

First law- - -The first law states that if the net force ( the vector sum of all forces acting on an object ) is zero ,then the velocity of the object is constant.velocity is a vector quantity which expresses both the object`s speed and the direction of its motion; therefore, the statement that the object`s velocity is constant is a statement that both its speed and the direction of its motion are constant.

पहला नियम ---"जड़त्व का नियम" इस नियम के अनुसार कोई वस्तु तब तक इस्थिर बनी रहेगी जब तक कोई बल उस पर कार्य नहीं करेगा । और कोई वस्तु तब तक गतिमान रहेगी जब तक उसपर कोई बल ना लगाया जाए।

 

 Second law---The second law state that the rate of change of momentum of a body is directly proportional to the force applied , and this change in momentum takes place in the direction of the applied force.

दूसरा नियम --- "संवेग का नियम " इस नियम अनुसार वस्तु में परिवर्तन की दर उस पर लगाये गए बल के अनुक्रमानुपाती तथा संवेग परिवर्तन आरोपित बल के दिशा में होता है। 


Third law---The third law statesthat all forces between two objects exist in equal magnitude and opposite direction.

तीसरा नियम ---क्रिया -प्रतिक्रिया का नियम इस नियम के अनुसार जब किसी वस्तु पर बल लगाया जाता है तो वो वस्तु भी उस पर उतना बल लगा कर विपरीत दिशा में आएगा जैसे - किसी बॉल को जोर से दीवाल पर फेका जाता है तो बॉल दीवाल से टकरा का उसके विपरीत आ जाता है। 


आइज़क न्यूटन एक लेखक भी थे उनके द्वारा लिखी गयी प्रसिद्द किताबें। 

* ऑफ़ नेचर ओब्वियस लॉस एंड प्रोसेसेज इन वेजिटेशन 
* मेथड ऑफ़ फ्लक्सियनस 
* ओपिटकल  लेक्चर 
* ओप्टिक्स 
* दी क्रोनोलॉजी ऑफ़ एंशिएंट किंगडम 
* दे मोटू कोप्रोरम इन जीरम 
* दी सिस्टम ऑफ़ दी वर्ल्ड 
टकसाल में मास्टर के रूप में रिपोर्ट 
*  डेनियल पर परेछन और डी एपोकलिप्स ऑफ़ सेंट जॉन 
*  फिलोसोफी नेचरलिस प्रिन्सिपिया मैथोमेट्रीका 
*  एरीथमेटिका  युनिवरसेलिस 


न्यूटन की कुछ किताबें इनके मरने के पहले और कुछ किताब मरने के  बाद प्रकासित किये गए थे साथ ही उन्होंने बहुत सारे खोज को सफ़ल बनाया था और  ये आत्मज्ञानी और दार्शनिक भी थे। न्यूटन धर्मिक विचार के थे लेकिन इसपर कुछ मतभेद है। 

न्यूटन ने धर्मिक शोध के बारे में भी कुछ लिखा है जो हमे इतिहास में पढ़ने को मिलते है न्यूटन ने अपने जीवन बहुत से छोटे -बड़े पदों को धारण किया है। पर न्यूटन के जीवन में योहानेस केप्लर ,गैलिलियो।,गैलिली ,और अरस्तु ,रॉबोट बॉयल ने काफी प्रभाव डाला इसके वावजूद भी उनको  सम्मान प्राप्त हुआ है। न्यूटन के बारे में आज भी बहुत सी चीजे रहस्मयी है इसपर विद्वानों ने अपना अलग -अलग परिभाषा दिया है। 

आइज़क न्यूटन की मृत्यु ( Death of isaac Newton )  
न्यूटन की मृत्यु 31 मार्च 1727 ईसपी में केंसिंग्टन ,मिडलसेक्स ,जर्मनी में हुई थी और इन्हे वेस्टमिंस्टर एब्बे में दफनया गया। न्यूटन के एक भी बच्चे नहीं थे जिसके कारण उनके सम्पतिओं को रिस्दारों ने अपने कब्ज़ा में कर लिया। न्यूटन के मरने के बाद इनके शरीर को काफी पारा (Mercury) में पाया गया जो की शायद इनके रासायनिक कार्यो को करने की वजह से था। न्यूटन का असमारक उनके कब्र के ऊपर बनाया गया था। और इनकी मूर्ति पत्थर का है। जिसको माइकल  रीजब्रेक ने उजले और धूसर संगमरमर में बनाया है ,और इसका डिजायन वास्तुकार विलियम कैंट द्वारा बनाया गया है जो की न्यूटन का स्मारक दर्शाता है। उस मूर्ति में न्यूटन की दाहिने केहुनी कई महान पुस्तक पर है और बाया हाथ एक गणित की सूचि की ओर इशारा करती है। 

एक महान गणितय थे जिनका नाम जोसेफ लुइस लाग्रेंज था उन्होंने न्यूटन के बारे में यह बोला की न्यूटन एक महानतम प्रतिभाशाली था और ये भी कहा की न्यूटन सबसे बड़ा भाग्यशाली भी था। अलेक्जेंडर पॉप पेशे से एक अंग्रेजी कवि थे और इन्होने न्यूटन की उपलब्धियों से प्रभावित होकर स्मृति लेख लिख दिया जो की कलयुग में पढ़ा जाता है।

न्यूटन के कुछ अनमोल वचन (Newton precious words)
न्यूटन ने कहा की यदि मैं बोलू की मैंने दुसरो की अपेक्षा किसी भी चीज कोअधिक देखा है  इसका अर्थ है ,की मैंने उन लोगो के कंधे पर सवार होकर चीजों को ज्यादा देखा है।
 
चीजों से अधिक सुविधा या उसकी बहुलता में या अमीरी की विलासिता में सचाई कभी भी नहीं पायी जा सकती ,सच्चाई हमेशा सादगी में ही पायी जा सकती है।

मेरे व्यवहार और किसी भी कार्य को करने के लिए मेरा आवेदन ही मेरी सफलता है। मेरे अंदर कोई बड़ी शक्ति नहीं है ,शक्तियाँ मुझे सामान्य ही मिली है।      


दोस्तों ये जानकारी आपको कैसी लगी Comment  में बताये और अच्छा लगे तो Follow ज़रूर  करें।